About Me

छत्तीसगढ़ के पुरातत्व एवं पर्यटन स्थल | 6 | बलरामपुर जिला के पुरातत्व एवं पर्यटन स्थल | Archeology and tourist sites in Balrampur District | Chhattisagadh Ke Puratatv Evan Paryatan Sthal | CG Ke Puratatv | Paryatan Sthal | CG Vyapam | CG PSC | Gk Magick

Gk Magic

छत्तीसगढ़ के पुरातत्व एवं पर्यटन स्थल

Part (6)

Archeology and tourist sites in Chhattisgarh

Yaha par hum tourist sites in Balrampur ke bare me puri gahrai se janenge, jaha hum Balrampur jile ke bare me pahle jankari lenge iske baad yaha ke tourist sites ke bare me case study karange.

बलरामपुर जिला


जिले के बारे में


जिला बलरामपुर-रामानुजगंज मध्य भारत में छत्तीसगढ़ राज्य के उत्तरी भाग में स्थित है। यह पूर्व सरगुजा जिले से बना था और 17 जनवरी, 2012 को अस्तित्व में आया था। बलरामपुर-रामानुजगंज की सीमाएं उत्तर प्रदेश, झारखंड और मध्य प्रदेश के साथ साझा करता है और लगभग 60.16 लाख हेक्टेयर के एक कुल भूमि क्षेत्र में फैला हुआ है। पहाड़ी और घनी जंगली इलाकों में घनदाट पर्वत श्रेणियों के जिले के एक बड़े हिस्से को कवर करता है। धान और मक्का मूंगफली,गेहूं और चना भी जिले के कुछ सिंचाई वाले भागों में बड़े हो रहे हैं,जबकि किसानों द्वारा बड़े प्राथमिक फसलें रहे हैं।

================================

 Main Tourist sites in Balrampur

================================

डीपाडीह (बलरामपुर)

  • डीपाडीह अम्बिकापुर से कुसमी मार्ग पर 75 कि.मी. दूरी पर डीपाडीह नामक स्थान है। 
  • डीपाडीह के आस-पास के क्षेत्रों में 8वीं से 14वीं शताब्दी के शैव एवं शाक्य संप्रदाय के पुरातात्विक अवशेष बिखरे हुए हैं। 
  • डीपाडीह के आसपास अनेक शिव मंदिर रहे होंगे। यहां अनेक शिवलिंग, नदी तथा देवी दुर्गा की कलात्मक मूर्ति स्थित है। 
  • यहाॅं पर लगभग 6 किमी. के दायरे में अनेक मंदिरों के समूह मिले हैं जिनमें कार्तिकी, विष्णु, महिषासूर मर्दिनी की प्रतिमा प्राप्त हुई है।
  • इस मंदिर के खंभों पर भगवान विष्णु, कुबेर, कार्तिकेय तथा अनेक देवी-देवताओं की कलात्मक मूर्तियां दर्शनीय हैं। 
  • देवी प्रतिमाओं में एक विशिष्ट मूर्ति महिषासुर मर्दिनी की है। 
  • देवी-चामुंडा की अनेक प्रतिमाएं हैं। उरांव टोला स्थित शिव मंदिर अत्यंत कलात्मक है। 
  • शिव मंदिर के जंघा बाह्य भित्तियों में सर्प, मयूर, बंदर, हंस एवं मैथुनी मूर्तियां उत्कीर्ण हैं। 
  • सावंत सरना परिसर में पंचायन शैली में निर्मित शिव मंदिर है। इस मंदिर के भित्तियों पर आकर्षक ज्यामितिय अलंकरण हैं। 
  • मंदिर का प्रवेष द्वार गजभिषेकिय लक्ष्मी की प्रतिमा से सुशोभित है। उमा-महेश्वर की आलिंगरत प्रतिमा दर्शनीय है। 
  • इस स्थान पर रानी पोखरा, बोरजो टीला, सेमल टीला, आमा टीला आदि के कलात्मक भग्नावशेष दर्शनीय हैं।
  • कोटली जलप्रपात कन्हार नदी में स्थित है। तथा सामंत सरना का भी मंदिर स्थित है। 
  • डीपाडीह की मैथुनी मूर्तियां खजुराहो शैली की बनी हुयी है।
दर्शनीय स्थल – उरांव टोला शिव मंदिर, सावंत सरना प्रवेश द्वार, महिषासुर मर्दिनी की विशिष्ट मूर्ति, पंचायतन शैली शिव मंदिर, गजाभिषेकित की लक्ष्मी मूर्ति, उमा-महेश्वर की आलिंगनरत मूर्ति, भगवान विष्णु, कुबेर, कार्तिकेय आदि की कलात्मक मूर्तियां, रानी पोखरा, बोरजो टीला, सेमल टीला, आमा टीला और खजुराहो शैली की मैथुनी मूर्तियां हैं।

Gk Magic
================================

  • यह झरना सेमरसोत अभयारण्य में चनान नदी पर स्थित है। 
  • यह 100 फीट की ऊंचाई से गिरता है। लोग आनंद लेने के लिए विभिन्न अवसरों पर यहां आते हैं। 
  • पर्यटक बलरामपुर से जमुआटाड तक वाहन की व्यवस्था कर सकते हैं। 
  • अंतिम 1.5 किमी को पैदल तय करना पड़ता है। 
  • प्राकृतिक वन दृश्य के साथ ट्रेकिंग के लिए यह एक अच्छी जगह है।

Gk magic
================================
छत्तीसगढ़ के पुरातत्व एवं पर्यटन स्थल |  Archeology and tourist sites in Chhattisgarh


================================

तातापानी 

  • बलरामपुर जिला मुख्यालय से लगभग 12 किलोमीटर दूर स्थित है तातापानी जो प्राकृतिक रूप से निकलते गरम पानी के लिए प्रदेशभर में प्रसिद्ध है। 
  • यहां के कुण्डों व झरनों में धरातल से बारह माह गरम पानी प्रवाह करता रहता है। 
  • स्थानीय भाषा में ष्ताताष् का अर्थ होता है गरम। इसी लिए इस स्थल का नाम तातापानी रखा गया है। 
  • यहां ऐसी मान्यता है कि भगवान श्री राम ने खेल खेल में सीता जी की और पथ्थर फेका जो की सीता मां के हाथ में रखे गरम तेल के कटोरे से जा टकराया। 
  • गरम तेल छलक कर धरती पर गिरा एवं जहां जहां तेल की बूंदें पडी वहां से गरम पानी धरती से फूटकर निकलने लगा। 
  • स्थानीय लोग यहां की धरती पवित्र मानते हैं एवं कहा जाता है कि यहां गरम पानी से स्नान करने से सभी चरम रोग खत्म हो जाते हैं। 
  • इस अद्भुत दृश्य को देखने एवं गरम पानी का मजा लेने प्रदेशभर से लोग यहां आते हैं। 
  • यहां के शिव मंदिर में लगभग चार सै वर्ष पुरानी मूर्ति स्थपित है जिसकी पूजा करने हर वर्ष मकर संक्रान्ति के पर्व पर लाखों की संख्या में पर्यटक यहां आते हैं। 
  • इस दौरान यहां विशाल मेला आयोजित किया जाता है जिसमें पर्यटक झूलों, मीना बज़ार व अन्य दूकानों का मज़ा ले सकते हैं।
GK Magic
================================

सेमरसोत अभ्यारण्य

  • सेमरसोत अभ्यारण्य- अम्बिकापुर-रामानुजगंज मार्ग पर 58 कि.मी. की दूरी से इसकी सीमा प्रारंभ होती है। 
  • इस अभ्यारण्य में सेंदूर, सेमरसोत, चेतन तथा साॅसू नदियों का जल प्रवाहित होता है। 
  • अभ्यारण्य के अधिकांश क्षेत्र में सेमरसोत नदी बहती है। इसलिए इसका नाम सेमरसोत पड़ा। 
  • सेमरसोत अभ्यारण्य प्रायः बांस वनों से आच्छादित है। इसका क्षेत्रफल 430.36 वर्ग कि.मी. है। इस अभ्यारण्य को सौंदर्यशाली बनाने में साल, सरई, आम, तेंदू आदि वृक्षों के कुंज सहायक हैं। 
  • अभ्यारण्य में जंगली जंतुओं में तेंदुआ, गौर, नीलगाय, चीतल, सांभर, कोटरा, सोन कुत्ता, सियार एवं भालू स्वच्छंद विचरण करते देखा जा सकता है। 
  • यह अभ्यारण्य नवंबर से जून तक पर्यटकों के लिए खुला रहता है। 
  • रात्रि विश्राम हेतु निरीक्षण गृह का निर्माण कराया गया है। 
  • अभ्यारण्य में स्थान-स्थान पर वाच टावरों का निर्माण वन विभाग ने कराया है, जिससे पर्यटक प्राकृतिक की सुंदरता का आनंद ले सकें।
================================

अर्जुनगढ

  • अर्जुनगढ़ नाम स्थान शंकरगढ़ विकासखंड के जोकापाट के बीहड़ जंगल में स्थित है। 
  • यहां प्राचीन किले का भग्नावशेष दिखाई पड़ता है। 
  • एक स्थान पर प्राचीन लंबी ईटों का घेराव है। इस स्थान के नीचे गहरी खाई है, जहां से एक झरना बहता है।
  • किवदंती है कि यहां पहले एक सिद्धपुरूष का निवास था। 
  • इस पहाड़ी क्षेत्र में एक गुफा है, जिसे धिरिया लता गुफा के नाम से जाना जाता है।

================================
छत्तीसगढ़ के पुरातत्व एवं पर्यटन स्थल |  Archeology and tourist sites in Chhattisgarh
================================

Read ➥ छत्तीसगढ़ के पुरातत्व एवं पर्यटन स्थल | 5 | कबीरधाम जिले

Read
छत्तीसगढ़ के पुरातत्व एवं पर्यटन स्थल | 4 | जशपुर जिला 


Read छत्तीसगढ़ के पुरातत्व एवं पर्यटन स्थल | 3 | सूरजपुर जिले

Read  छत्तीसगढ़ के पुरातत्व एवं पर्यटन स्थल | 2 | कोरिया जिला

Read छत्तीसगढ़ के पुरातत्व एवं पर्यटन स्थल | 1 | सरगुजा  जिला

Read छत्तीसगढ़ की लोक नृत्य Folk Dance of CG

Read
छत्तीसगढ़ की नदियाँ (1) Rivers of Chhattisgarh

Read
छत्तीसगढ़ की नदियाँ (2 ) Rivers of Chhattisgarh

Read
छत्तीसगढ़ के राजकीय प्रतीक चिन्ह STATE SYMBOL OF CHHATTISGARH

Read
छत्तीसगढ के जलप्रपात Water Fall Of Chhattisgarh

Read
छत्तीसगढ में विविध Chattīsagaḍha Me Vividha 

Read
छत्तीसगढ़ की बाँध परियोजना और एनीकेट | Chhattisgarh Dam Project And Annex

Read
छत्तीसगढ जनसँख्या One Liner Chhatteesagadh Janasankhya

Read
छत्तीसगढ़ की भौगोलिक सीमा CG One Liner GK

Read
छत्तीसगढ़ के वन्य जीव अभ्यारण | Wildlife Sanctuary of Chhattisgarh

Read ➥ भारत के राष्ट्रपति सामान्य ज्ञान 50 प्रश्नोत्तरी

Read ➥ सबसे अधिक फसलों के उत्पादन वाले राज्य

Read ➥ भारतीय संबिधान के मौलिक अधिकार Fundamental Rights of Indian Convention

Read ➥ भारत के राष्ट्रपति | राष्ट्रपति का चुनाव | राष्ट्रपति की शक्तियाँ

Read ➥ भारतीय संविधान के स्रोत | Indian constitution


Read छत्तीसगढ़ की जलवायु | Climate of Chhattisgarh


Read ➥ छत्तीसगढ़ की मिट्टी का Objective प्रशन उत्तर

Read
छत्तीसगढ़ की मिट्टी Soil of Chhattisgarh

Post a Comment

3 Comments

  1. RRB will release their admit card on 09/09/2018 as it has just been notified by the railway recruitment board and the RRB Exam City of the candidates will be in their admit cards, Kindly check for your respective admit card and exam city.

    ReplyDelete
  2. Thanks so much for the blog post its very informative and I commend you for that.....Recently FCI Recruitment 2020 has announced the new job notification for Personal Assistant, Personal Secretaries, Managers/ AGM & GDMO posts...

    ReplyDelete